हरा सोना क्या है?
खैबर की वादी तीराह , कज़ई और कुर्रम की इलाकों में भांग की खेती की जाती है | इससे जो चरस बनती है वह न केवल देश बल्कि विदेशों में भी इसकी तस्करी की जाती है | इस भांग की खेती से अन्य देशों में इसके अवयय से कपड़े भी बनते हैं साथ ही इससे दवाई भी बनती है और दर्द निरोधक तेल भी बनती है चूंकि इसका उपयोग बहुत जगह पर किया जाता है | हरा सोना याने की ग्रीन गोल्ड कहा जाता है आमतौर पर इसे गांजा भांग भी बोला जाता है इससे C V D तेल नामक दवाई बनाया जाता है | इससे जो तेल बनाई जाती है उस तेल की अच्छी कीमत होती है जिसके कारण इससे हरा सोना भी कहा जाता है |
पाकिस्तान की नजर इस ग्रीन गोल्ड पर क्यों है ?
पाकिस्तान के रिसर्च साइंटिस्ट नसीम राऊफ बताते हैं कि भांग का इस्तेमाल दुनियाभर में दवाओ के रूप में किया जाता है | दर्द निवारक तेल C V D इससे बनाया जाता है , जिसका एक लीटर 10 हजार डॉलर तक में बिकता है इसके अलावा कपड़े के तैयारी में भी काफी अहम है डॉ नसीम राऊफ का कहना है कि इसका व्यापार दुनिया भर में 29 अरब डॉलर पहुँच चुका है और 2025 तक 95 अरब डॉलर तक बढ़ने की संभावना है ऐसे में साफ है कि पाकिस्तान के किसान भांग की खेती की ओर देख रहे हैं पाकिस्तान में राष्ट्रीय भांग नीति स्वीकृत हो जायेगी ऐसा नेशनल साइंस एंड टेक्नोलॉजी कमिटी ने अक्टूबर में कहा था कि इस साल के अंत मे यह हो जायेगा लेकिन अभी तक ये नहीं हुई है यानि किसानो को और इंतजार करना होगा |
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