राँची की Beautiful रिया तिर्की रविवार 3 जुलाई को miss india में झारखंड का प्रतिनिधित्व कर रही है । आदिवासी समुदाय से आने वाली रिया तिर्की ने अपनी प्रतिभा से झारखंड का मान बढ़ा दिया है अब उन्हें हर कोई अपना शुभकामनाएं और प्यार भेज रहा है ।
झारखंड के CM हेमंत सोरेन ने भी उन्हें ट्वीट कर बधाई दी है। हेमंत सोरेन ने लिखा है कि यह गौरवशाली क्षण है कि रिया तिर्की झारखंड को Represent कर रही है । आपको बता दें कि आदिवासी समुदाय से आने वाली रिया तिर्की राँची स्थित विकानंद विद्यामंदिर की छात्रा रहीं हैं, उन्होंने अपनी उच्च शिक्षा आंध्रप्रदेश के विजयवाड़ा स्थित PB सिर्द्धात कॉलेज और Arts and science से प्राप्त की है । वो एक शानदार मॉडल और अभिनेत्री भी हैं । वो बैडमिंटन, बेकिंग और एथोलॉजी में काफी interest रखती हैं । आदिवासी समुदाय से आने वाली रिया पहली हैं जिन्होंने फेमिना miss india के Grant finale में जगह बनाने में हासिल की है । 24 साल की रिया तिर्की ने साल 2015 में ही इस प्रतियोगिता की तैयारियां शुरू कर दी थी और करीब 8 सालों तक लगातार कड़ी मेहनत के बाद वह इस मुकाम तक पहुँच पाई है। उहोंने अपनी मेहनत से यह साबित कर दिया है कि हर कोई संघर्ष के बूते अपना लक्ष्य हासिल कर सकता है, बस धैर्य और सर्मपण के साथ मेहनत करने की जरूरत है l बताया जा रहा है कि झारखंड को represent करने के लिए चुने जाने के बाद रिया तिर्की ने कहा है कि उनका एक सपना सच हो गया है, उनकी सफलता इस बात का प्रमाण है कि एक मौका जीवन की पुरी दिशा को बदल सकता है । रिया तिर्की को फेमिना miss india title जितना जीवन का सबसे गौरव पूर्ण क्षण रहा । क्योंकि इन्हें जीतते हुए पूरे 8साल की मेहनत की है । रिया तिर्की की favourite movie हेरा - फेरी है । रिया तिर्की मानती है कि हर महिला में तीन गुण - होनी चाहिए, आगे रहने ललक, निर्णय लेने की क्षमता और अपनी एक आजाद सोच
रिया तिर्की को सबसे ज्यादा प्रभावित प्रियंका चोपड़ा ने किया है और उन्हीं से प्रभावित होकर वो मॉडलिंग और एक्टिंग में अपना करियर बनाना चाहती हैं । वाकई में रिया तिर्की ने झारखंड को गौरव मित कर दिया है । उम्मीद की जानी चाहिए कि आगे भी रिया तिर्की झारखंड और राज्य का नाम यूँ ही रोशन करेंगी और एक्टिंग और मॉडलिंग के क्षेत्र में अपना एक अलग मुकाम हासिला करेंगी पूरे झारखंड -वासियों की शुभकामनाएं उनके साथ रहें ।
रिया 2015 से इस दिन की तैयारी कर रही है और लगभग 8 साल की कड़ी मेहनत के बाद आखिरकार मंच पर पहुँच गई । वह एक उद्यमी बनने और आदिवासी संस्कृति को बढ़ावा देने का सपना देखती है ।